spot_img

बिछुड़न नाथ धाम में सवा करोड़ शिवलिंग का होगा महारुद्राभिषेक

spot_img
spot_img
spot_img
spot_img
spot_img
spot_img
spot_img
spot_img
spot_img
spot_img
spot_img
spot_img
spot_img

सैदपुर।  सैदपुर ब्लाक के बभनौली स्थित बिछुड़न नाथ महादेव परिसर में महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर सवा करोड़ पार्थिव शिवलिंग का रुद्राभिषेक किया जाएगा। हिंगलाज सेना की राष्ट्रीय अध्यक्षा और अंतरराष्ट्रीय मानस कथा वाचक सुश्री लक्ष्मीमणि शास्त्री के देखरेख में यह महा रुद्राभिषेक का कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। ब्रह्मलीन जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती जी के तपोस्थली एवं विद्यास्थली इस धाम में महारुद्राभिषेक का आयोजन 23 फरवरी से लेकर 25 फरवरी तक तीन दिवसीय शिवलिंग निर्माण, महा रुद्राभिषेक, महायज्ञ, कथा वाचन, महाआरती, शिव पार्वती श्रृंगार किया जाएगा। इस पार्थिव शिवलिंग महा रुद्राभिषेक कार्यक्रम में हर जाति वर्ग और क्षेत्र के सनातनी लोग शिवलिंग का पूजन अर्चन और जलाभिषेक कर सकते है। बिछुड़न नाथ महादेव धाम में आयोजित पहली बार इस बृहद सवा करोड़ पार्थिव शिवलिंग निर्माण में मोक्षदायिनी मां गंगा की मिट्टी और गंगा बालू का प्रयोग किया जाएगा। जिसके लिए दर्जनों कर्मकांडी ब्राह्मण इस शिवलिंग का वैदिक विधि से निर्माण करेंगे। कई जिलों से हजारों की संख्या में स्त्री पुरुष श्रद्धालुओं के शामिल होने की संभावना व्यक्त की जा रही है। इसी के साथ ही राजनीति, खेल, कला, साहित्य और सिनेमा जगत के लोग भी इस महा रुद्राभिषेक में शामिल होंगे। बसंत पंचमी के बाद इस महारुद्राभिषेक से जुड़े लोग गांव गांव पीले चावल देकर सभी सनातनी श्रद्धालुओं को आमंत्रित करेंगे। साध्वी लक्ष्मीमणि शास्त्री ने बताया कि मिट्टी के शिवलिंग की पूजा करने से अकाल मृत्यु का भय नहीं रहता है और सभी तरह की व्याधियां दूर होकर मनोकामना पूर्ण होती है। पार्थिव पूजन से धन, धान्य, आरोग्य एवं पुत्र की प्राप्ति होती है। कलयुग में मोक्ष की प्राप्ति और सर्व मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए पार्थिव पूजन सबसे उत्तम है।

spot_img
spot_img

प्रमुख खबरें

ताज़ातरीन ख़बरें

You cannot copy content of this page